वित्त वर्ष 2023-24 में, हिंदुस्तान जिंक का सरकारी हिस्सा कुल योगदान 13,195 करोड़ रुपये था, जिसे वेदांत समूह की फर्म ने एक नियामक फाइलिंग में कहा।
नई दिल्ली। वेदांता समूह की कंपनी हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड ने सोमवार को कहा कि उसने पिछले वित्त वर्ष में सरकारी हिस्सेदारी में 13,195 करोड़ रुपये का योगदान दिया है, जो उसके कुल राजस्व का लगभग 46 प्रतिशत है। वेदांता समूह की कंपनी ने एक नियामक फाइलिंग में कहा है कि वित्त वर्ष 2023-24 में हिंदुस्तान जिंक के सरकारी हिस्से में कुल योगदान 13,195 करोड़ रुपये रहा। इसके साथ ही पिछले पांच वर्षों में हिंदुस्तान जिंक के राजकोष में संचयी योगदान 77,803 करोड़ रुपये हो गया।
हिंदुस्तान जिंक की चेयरपर्सन प्रिया अग्रवाल हेब्बार ने कहा, “जैसे-जैसे हमारा बिजनेस बढ़ेगा, वैसे-वैसे ये आंकड़े भी बढ़ेंगे। हिंदुस्तान जिंक में हम उद्देश्यपूर्ण तरीके से बिजनेस जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो टिकाऊ, उचित हो और हमारे सभी आंकड़ों के लिए मूल्य सृजन करे।”
कंपनी ने कहा, “यह राज्य के आर्थिक विकास के लिए हिंदुस्तान जिंक की तर्ज पर महत्वपूर्ण योगदान देता है।” पिछले पांच वर्षों में, हिंदुस्तान जिंक ने रॉयल्टी, जिला खनिज फाउंडेशन (डीएमएफ) में योगदान और अन्य शुल्कों के रूप में राजस्थान राज्य को औसतन लगभग 3,250 करोड़ रुपये का योगदान दिया है।
कंपनी ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में उसने सरकारी रॉयल्टी के रूप में 16,350 करोड़ रुपये, कॉर्पोरेट आयकर के रूप में 10,100 करोड़ रुपये, कॉर्पोरेट लाभांश के रूप में 18,008 करोड़ रुपये और अप्रत्यक्ष करों के रूप में 26,384 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। वेदांता समूह की कंपनी हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड, दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी एकीकृत जस्ता उत्पादक और तीसरी सबसे बड़ी चांदी उत्पादक है।