“कंपनी का शेयर एक फीसदी टूट गया है. लेकिन कंपनी डिविडेंड देने जा रही है. आइए आपको विस्तार से बताते है.”
वेदांता ने कलिंगा लांसर्स को खरीद लिया है. एक्सचेंज पर जारी जानकारी में वेदांता ने बताया कि ओडिशा में खेल को आगे बढ़ाने के लिए ये कदम उठाया है और आगे भी इसके के प्रति प्रतिबद्धत है. वेदांता लिमिटेड ने हॉकी इंडिया लीग (HIL) की बहुप्रतीक्षित वापसी से पहले आयोजित एक फ्रैंचाइज़ी कार्यक्रम में ओडिशा के भुवनेश्वर स्थित एक प्रमुख हॉकी टीम कलिंगा लांसर्स के अधिग्रहण की घोषणा की है. इसके अलावा कंपनी 8 अक्टूबर को डिविडेंड पर फैसला लेगी. इसकी रिकॉर्ड डेट 16 अक्टूबर 2024 तय की गई है.
यह अधिग्रहण ओडिशा में खेलों को बढ़ावा देने के लिए वेदांता की लॉन्ग टर्म कदम है. पूर्व HIL चैंपियन कलिंगा लांसर्स पहले ओडिशा इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (IDCO) और महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (MCL) के सह-स्वामित्व में थे.
वेदांता एल्युमीनियम अब पूर्ण स्वामित्व ग्रहण कर रहा है, जिसका उद्देश्य टीम की उत्कृष्टता की विरासत को आगे बढ़ाना और भविष्य के एचआईएल सत्रों में उनकी स्थिति को ऊपर उठाना है.
ओडिशा की विश्व स्तरीय खेल सुविधाओं और समृद्ध हॉकी संस्कृति का लाभ उठाते हुए, वेदांता इस अधिग्रहण को खेल के क्षेत्रीय और राष्ट्रीय विकास दोनों में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखता है.
ओडिशा में वेदांता की उपस्थिति महत्वपूर्ण है, कंपनी झारसुगुड़ा में भारत का सबसे बड़ा एल्युमीनियम प्लांट (1.8 MTPA) और कालाहांडी में एक अत्याधुनिक एल्युमीना रिफाइनरी (3.5 MTPA) संचालित करती है.
वेदांता एल्युमीनियम ने राज्य में 100,000 से अधिक डायरेक्ट और इनडायरेक्ट नौकरियों का मौका दिया है. इसके अतिरिक्त, कोयला, बॉक्साइट, फेरोक्रोम और लौह अयस्क में निवेश के माध्यम से, वेदांता “मेक इन इंडिया” पहल को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
भारत के एल्यूमीनियम उत्पादन में लगभग 50% का योगदान देता है और देश की आयात पर निर्भरता को कम करता है. यह अधिग्रहण वेदांता के उस मिशन में एक और कदम है, जिसके तहत व्यवसाय विकास को प्रभावशाली सामुदायिक विकास के साथ जोड़ा जाएगा, साथ ही ओडिशा को भारत में खेल उत्कृष्टता के केंद्र के रूप में स्थापित किया जाएगा. (साभार: सीएनबीसी न्यूज)