Vedanta Share: वेदांता ने कर दिया बड़ा एलान, शेयर पर होगा असर

Must Read

वेदांता लिमिटेड की निजी स्वामित्व वाली एंटिटी स्टरलाइट पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड (SPTL) ने भारत में तीन पावर ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट को सिंगापुर बेस्ड सॉवरेन वेल्थ फंड GIC Pte के साथ अपने ज्वाइंट वेंचर में ट्रांसफर कर दिया है.

By Sarthak Duniya News
Mar 19, 2024 15:20:10 PM IST (Updated)

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार माइनिंग कंपनी वेदांता लिमिटेड की निजी स्वामित्व वाली एंटिटी स्टरलाइट पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड (SPTL) ने भारत में तीन पावर ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट को सिंगापुर बेस्ड सॉवरेन वेल्थ फंड GIC Pte के साथ अपने ज्वाइंट वेंचर में ट्रांसफर कर दिया है. भारत में तीन पावर ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट अभी भी अंडर डेवलपमेंट हैं और स्टरलाइट ग्रिड 32 लिमिटेड ज्वाइंट वेंचर में ट्रांसफर करने पर सहमति हो गई है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि ये प्रोजेक्ट किश्तवाड़, नांगलबीबरा और फतेहगढ़ में हैं. पिछले साल SPTL ने 1 बिलियन डॉलर का ज्वाइंट वेचर प्लेटफॉर्म स्थापित करने के लिए GIC के साथ सहयोग किया था. कहा गया था कि इस सहयोग का प्राथमिक उद्देश्य भारत में पावर इवेक्युवेशन नेटवर्क की बढ़ती मांग का लाभ उठाना है.
स्टरलाइट पावर कितने प्रोजेक्ट
कंपनी की डिटेल के अनुसार, अनिल अग्रवाल द्वारा नियंत्रित स्टरलाइट पावर के पास 15 राज्यों में 108 महत्वपूर्ण कॉरिडोर के साथ लाइव लाइन कंडीशन के तहत 34,000 किमी + OPGW (ऑप्टिकल ग्राउंड वायर) बेस्ड कम्युनिकेशन प्रोजेक्ट पूरे हो चुके हैं या एग्जीक्युशन के अधीन हैं.
यह कंपनी पावर केबल, कंडक्टर और OPGW की एक लीडिंग मैन्युफैक्चरर भी है, जो 60 से अधिक देशों में एक्सपोर्ट करने के अलावा भारत के सभी प्रमुख राज्यों और प्राइवेट यूटिलिटीज को सप्लाई करती है. इसकी सिलवासा, झारसुगुड़ा और हरिद्वार में मैन्युफैक्चरिंग एसेट हैं.
स्टरलाइट पावर क्या करती है
स्टरलाइट पावर की ग्लोबल इंफ्रास्ट्रक्चर बिजनेस लाइन पावर ट्रांसमिशन एसेट के लिए बोली लगाती है और डिजाइन, कंस्ट्रक्शन करती है. वर्तमान में इसका ऑपरेशन भारत और ब्राजील में है. रिपोर्ट के अनुसार स्टरलाइट पावर भारत के पहले पावर सेक्टर इनविट, इंडिया ग्रिड ट्रस्ट (IndiGrid) का प्रायोजक है जो लिस्टेड है.
स्टरलाइट पावर के एमडी प्रतीक अग्रवाल अनिल अग्रवाल के भतीजे हैं. सितंबर 2022 में, बिजली कंपनी ने घोषणा की कि उसने अपनी डीआरएचपी वापस ले ली है और प्रतिकूल बाजार स्थितियों के कारण अपनी लिस्टिंग योजनाओं को स्थगित कर दिया है.

Latest News

Vedanta Resources ने ‘टैप इश्यू’ के जरिये 30 करोड़ अमेरिकी डॉलर जुटाए

'टैप इश्यू’ एक ऐसी प्रक्रिया है जो कंपनियों को पिछले निर्गम से बॉण्ड या अन्य अल्पकालिक ऋण उपकरण जारी...

Vedanta Resources ने ‘टैप इश्यू’ के जरिये 30 करोड़ अमेरिकी डॉलर...

'टैप इश्यू’ एक ऐसी प्रक्रिया है जो कंपनियों को पिछले निर्गम से बॉण्ड या अन्य अल्पकालिक ऋण उपकरण जारी करने की अनुमति देती है। "मुंबई...

More Articles Like This