by Sarthak Duniya News
Vedanta को उम्मीद है कि प्रोजेक्ट्स से उसके इंक्रीमेंटल रेवेन्यू में 6 अरब डॉलर की बढ़ोतरी होगी। इसके साथ ही कंपनी ने कहा कि उसका एनुअल एबिटा में 2.5-तीन अरब डॉलर की वृद्धि होने का अनुमान है। वेदांता के शेयर 21 मार्च को 2.13 फीसदी की तेजी के साथ 273.20 रुपये के भाव पर बंद हुआ है
Vedanta share: कंपनी को SAT से मिली बड़ी राहत, जानिए क्या है मामला
Vedanta पर एक और बड़ी खबर आई है. सिक्योरिटीज अपीलेट ट्रिब्यूनल (SAT) ने Cairn UK Holdings मामले में अनिल अग्रवाल की अगुवाई वाली वेदांता को बड़ी राहत दी है. SAT ने सेबी के उस आदेश पर पर रोक लगा दी है, जिसमें सेबी ने डिविडेंड पेमेंट भुगतान में देरी पर 77.6 करोड़ रुपये का ब्याज देने को कहा था. सेबी का यह आदेश केयर्न यूके होल्डिंग्स की एक शिकायत पर आधारित था, जिसमें कहा गया था कि उसे कंपनी में अपने हिस्से के लिए ₹340.64 करोड़ का डिविडेंड नहीं मिला है. इसके बाद वेदांता और उसके डायरेक्टर्स ने सेबी के आदेश के खिलाफ बुधवार को SAT का रुख किया था.
क्या है मामला
यह अप्रैल 2016 से जून 2017 के लिए 667 करोड़ रुपये के डिविंडेड भुगतान में देरी का मामला था. वेदांता ने कहा कि ऑर्डर निराधार था और इसमें यह स्वीकार नहीं किया गया कि केयर्न यूके होल्डिंग्स का डिविडेंड इमकम टैक्स विभाग के प्रतिबंधों के कारण रोका गया था न कि वेदांता के मिस-मैनेजमेंट के कारण. शुक्रवार को वेदांता का शेयर NSE पर 0.75 फीसदी की गिरावट के साथ 271.35 रुपये पर बंद हुआ.
दूसरी ओर सेबी ने तर्क दिया कि वेदांता को पता था कि 31 मार्च 2016 से केयर्न यूके को बकाया डिविडेंड देने पर कोई प्रतिबंध नहीं था और कंपनी ने गलत तरीके से फंड रोक दिया था. 2011 में वेदांता ने केयर्न एनर्जी पीएलसी से केयर्न इंडिया लिमिटेड में मैज्योरिटी हिस्सेदारी हासिल कर ली, जिसमें केयर्न ने माइनॉरिटी हिस्सेदारी बरकरार रखी. केयर्न इंडिया को बाद में पब्लिकली लिस्टेड कंपनी वेदांता लिमिटेड में इंटीग्रेट कर दिया गया.