बक्सर, (बिहार) | संघ लोक सेवा 2022 की परीक्षा के परिणाम में 44वीं रैंक के लिए दो दावेदारों का मामला अभी सुलझा भी नहीं था कि बक्सर में इसी तरह का दूसरा मामला सामने आ गया है। परिणाम के अनुसार 752वीं रैंक पर अविनाश कुमार सिंह नाम के दो प्रतिभागियों ने अपनी सफलता का दावा किया है।
दैनिक जागरण को भेजा एडमिट कार्ड
दैनिक जागरण को अपनी सफलता की पुष्टि के लिए एक ने प्रारंभिक परीक्षा का प्रवेश पत्र भेजा, तो दूसरे ने व्यक्तित्व परीक्षा का प्रवेश पत्र भेजा है। मजे की बात है कि दोनों प्रवेश पत्रों में अभ्यर्थी का नाम और रोल नंबर एक ही है, सिर्फ पिता के नाम अलग-अलग हैँ। दिलचस्प है कि दोनों बक्सर जिले के ही अलग-अलग थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव के निवासी हैं।
इनमें से एक दावेदार सिमरी थाना के बलिहार निवासी सुधाकर सिंह के पुत्र अविनाश कुमार सिंह हैं, जो फिलहाल दिल्ली में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में लगे हैं। वहीं दूसरे दावेदार कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र के अमथुआ निवासी महेश कुमार सिंह के पुत्र अविनाश कुमार सिंह हैं, जो मौजूदा समय मुंबई में सेबी के एजीएम हैं।
जिस दिन रिजल्ट का प्रकाशन हुआ, उसके अगले दिन बलिहार निवासी अविनाश के घर में बेटे के यूपीएससी पास करने की खुशी में जमकर मिठाइयां बांटी गईं। लेकिन, मुंबई में कार्यरत अमथुआ निवासी अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि 752वें रैंक पर उनका चयन हुआ है। इसके लिए बकायदा यूपीएससी से व्यक्तित्व परीक्षण के लिए पत्र जारी किया गया था और नौ मई को बोर्ड के समक्ष व्यक्तित्व परीक्षण के लिए वह उपस्थित भी हुए थे।
अपने दावे की पुष्टि के लिए उन्होंने व्यक्तित्व परीक्षण के लिए संघ लोक सेवा आयोग से जारी पत्र की प्रति भी प्रस्तुत की। उनका कहना है कि उनके नाम वाला दूसरा युवक गलत दावा कर रहा है।
दैनिक जागरण ने जब इस संबंध में बलिहार के अविनाश कुमार सिंह से पूछा और उनसे भी व्यक्तित्व परीक्षण के लिए आयोग द्वारा जारी पत्र की प्रति मांगी गई, तो उन्होंने गोल-मटोल जवाब देते कहा कि अभी वो 28 मई को होने वाली परीक्षा की तैयारी में व्यस्त हैं और इस संबंध में किसी बहस में शामिल नहीं होना चाहते हैं। इसका निर्णय संघ लोक सेवा आयोग करेगा और जो सही होगा, वह खुद सामने आ जाएगा।
दूसरी और मुंबई में कार्यरत अमथुआ के अविनाश का यह भी दावा है कि मुख्य परीक्षा के लिए जब परिणाम प्रकाशित किया गया, तब सफल उम्मीदवारों की सूची में सिर्फ एक ही अविनाश कुमार सिंह का नाम था ओर उसके लिए एडमिट कार्ड भी सिर्फ उन्हीं के पास आया था।
चयनित उम्मीदवार ओबीसी श्रेणी का
दरअसल, संघ लोक सेवा आयोग ने गत दिनों सिविल सेवा परीक्षा 2022 का अंतिम रिजल्ट घोषित किया था। इसमें सफल प्रतिभागियों का केवल रैंक, नाम और रोल नंबर ही दिया गया था। इसके चलते कुछ लोगों को फर्जीवाड़ा करने का अवसर मिला। इसमें फर्जी एडमिट कार्ड बनाए जाने की आशंका है। हालांकि इनके फर्जीवाड़ा का मकसद केवल अपना नाम चमकाना है, क्योंकि संघ लोक सेवा आयोग तो सही अभ्यर्थी को ही बुलावा पत्र भेजेगा।
इस बीच आयोग ने सफल प्रतिभागियों का अंकपत्र भी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। इसके अनुसार 752वें रैंक पर चयनित अविनाश ओबीसी श्रेणी से हैं। अमथुआ वाले अविनाश इसी श्रेणी से हैं, जबकि बलिहार वाले सामान्य श्रेणी से।
साभार: दैनिक जागरण