धरम करम |
मौत एक ऐसा शब्द है जिससे हर व्यक्ति डरता है, लेकिन हर किसी को यह जानने की इच्छा होती है कि उसकी मृत्यु कब और कैसे होगी। शिव पुराण कहता है कि मृत्यु से पहले किसी भी व्यक्ति को इस तरह के संकेत मिलने लगते हैं कि उसकी मौत कब होनी वाली है। ये संकेत 6 महीने से मिलने शुरू हो सकते हैं और मृत्यु से ठीक एक दिन पहले तक काफी स्पष्ट हो जाते हैं। जानिए कौन-कौन से हैं वो संकेत जो मृत्यु की तरफ इशारा करते हैं।
किसी भी व्यक्ति के बायें हाथ में करीब एक हफ्ते तक लगातार फड़कन बनी रहे तो समझिए उस व्यक्ति के दिन लद चुके हैं यानि उसकी मौत एक माह के दौरान हो सकती है। वहीं अगर किसी व्यक्ति को नीली मक्खियां घेर लें तो समझ लेना चाहिए की मौत निकट है। वहीं शिवपुराण के अनुसार अगर किसी इंसान को रंग पहचानने में दिक्कत हो जाए या अचानक उसे सब कुछ काला नजर आने लगे तो उसे समझ जाना चाहे कि उसकी मृत्यु निकट ही है।
किसी भी व्यक्ति के शरीर का रंग यदि एकदम से सफेद या नीला पड़ जाए ऐसे व्यक्ति की मौत बहुत जल्द ही हो सकती है या ऐसा होना इस बात का संकेत हो सकता है कि ऐसा व्यक्त 6 माह के भीतर भी मर सकता है। साथ ही अपने ही शरीर से अपनी ही परछाई का अलग नजर आना मौत का संकेत माना जाता है। कहते हैं कि परछाई हमेशा साथ चलती है लेकिन मौत आने के समय परछाई भी साथ छोड़ देती है।
जब मानव शरीर में तीन दोष एक साथ एक ही समय आ जाते हैं तो मानव शरीर त्यागने का वक्त आ चुका है ऐसा माना जाता है, लेकिन ये तीन दोष हैं क्या आप जानते हैं, अगर नहीं तो आपको बता दें कि ये तीन दोष जो मानव शरीर में होते हैं उन्हें कफ, पित्त और वात कहा जाता है। पानी, तेल, घी, सीसे आदि में अपनी परछाई ना देख पाने वाला व्यक्ति मुश्किल से 6 माह तक जीवित रह पाता है, जिसे दिशाएं घूमती हुई दिखाई दें उसकी मौत भी जल्द होने की संभावनाएं नजर आती हैं।