Agnipath Scheme Benefits: सेना की भर्ती प्रक्रिया को लेकर देशभर में चल रहे विरोध और उग्र-प्रदर्शन के बीच आज तीनों सेनाओं के प्रमुख एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। तीनों सेनाओं के प्रमुख इस योजना से जुड़ी सभी आशंकाएं दूर करने का प्रयास किया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस की अहम बातें
• ‘अग्निवर’ को सियाचिन और अन्य दूसरे क्षेत्रों में वही भत्ता और सुविधाएं मिलेंगी जो वर्तमान में नियमित सैनिकों पर लागू होती है। सेवा शर्तों में उनके साथ कोई भेदभाव नहीं होगा।
• देश की सेवा में बलिदान देने वाले अग्निवीरों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा मिलेगा।
• हम चाहते थे कि युवाओं के ज्यादा शामिल होने से जोश और होश का बैलेंस बन जाए। हम सोचते हैं कि इससे जोश और होश का अनुपात बराबर हो जाएगा।
• आपको पता है कि फौज में हर साल कितने रिटायरमेंट होते हैं? ये वे लोग हैं जो कि प्रीमैच्योर रिटायरमेंट ले रहे हैं। तीनों सेनाओं को मिलाकर 14-15 हजार लोग खुद रिटायरमेंट ले रहे हैं। इन सबको बाहर काम मिल रहा है।
• हर साल लगभग 17,600 लोग तीनों सेवाओं से समय से पहले सेवानिवृत्ति ले रहे हैं। किसी ने कभी उनसे यह पूछने की कोशिश नहीं की कि वे सेवानिवृत्ति के बाद क्या करेंगे:
• अगले 3-4 साल में 45-50 हजार अग्निवीरों की नियुक्ति होगी, जो अगले कुछ सालों में 1.5 लाख तक हो जाएगी।
• सुविधाओं और रैंक के मामले में सेना के जवानों और अग्निवीरों में कोई फर्क नहीं होगा।
• सभी अग्निवीरों को उच्च स्तरीय ट्रेनिंग मिलेगी, 12 वीं की सर्टिफिकेट मिलेगी।
• अभी योजना शुरुआती दौर में है। इस योजना में अग्निवीरों की जरुरतों के मुताबिक कई अन्य चीजें जोड़ी जाएंगी।
• योजना का मकसद सेना की औसत उम्र कम करना है। आगामी युद्ध तकनीक पर आधारित होगा। उसके लिए युवाओं को जोड़ना जरुरी है।
रक्षा मंत्री की बैठक
इससे पहले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर इस संबंध में अहम बैठक हुई। इस बैठक में वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे मौजूद रहे। एक दिन पहले ही सरकार ने रक्षामंत्रालय में अग्निवीरों के लिए 10 फीसदी आरक्षण का ऐलान किया था।
उधर, भारतीय वायुसेना ने अग्निपथ स्कीम की डिटेल जानकारी अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दी है। इस जानकारी के मुताबिक, अग्निवीरों को चार साल का कार्यकाल पूरा करना होगा। इसके अलावा ड्यूटी पर वीरगति को प्राप्त होने पर उसके परिवार को करीब एक करोड़ की सहायता राशि दी जाएगी। चार साल के रिटायरमेंट के बाद सेवा निधि पैकेज के तौर पर करीब 10.04 लाख मिलेंगे।
आपको बता दें कि अग्निपथ स्कीम सेना के लिए तीनों अंग यानी थलसेना (Army), वायुसेना (Air Force) और नौसेना (Navy) अपनी-अपनी जरुरतों और सुविधाओं के अनुरुप अलग-अलग रुल्स और चार्टर तैयार करेंगी। यही वजह है कि वायुसेना ने अपना चार्टर पहले जारी कर दिया है। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी ऐलान कर चुके हैं कि 24 जून से एयर फोर्स में अग्निवीरों की भर्ती प्रक्रिया शुरु कर दी जाएगी।