कोरबा, (सार्थक दुनिया न्यूज़) | कोरबा विधायक एवं राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, जिला कांग्रेस अध्यक्ष सपना चौहान, महापौर राजकिशोर प्रसाद, प्रदेश सचिव सुरेन्द्र प्रताप जायसवाल, सभापति श्यामसुंदर सोनी, ब्लॉक अध्यक्ष संतोष राठौर, सुधीर जैन, दुष्यंत शर्मा, सनीष कुमार, गणेश दास महंत एवं महिला कांग्रेस अध्यक्ष कुसुम द्विवेदी ने देश भर में तेजी से बढ़ी मंहगाई के मुद्दे को लेकर एक संयुक्त बयान जारी कर कहा कि केन्द्र सरकार के गलत नीतियों की वजह से देश में बेतहाशा मंहगाई बढ़ रही है।
कोरबा विधायक (राजस्व मंत्री छत्तीसगढ़ शासन) जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि केन्द्र सरकार की गलत नीतियों के कारण पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस, खाद्य तेल, खाद्य पदार्थ और खेती उर्वरकों के दाम रोजाना बढ़ रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि पिछले डेढ़ साल से लोग कोरोना महामारी की मार भी झेल रहे हैं। ऐसी स्थिति के कारण मजदूर, निम्न और मध्य वर्ग के परिवार सबसे ज्यादा परेशान हैं। छत्तीसगढ़ में प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार कई योजनाओं के तहत लोगों को सहायता पहुंचाने का कार्य कर रही है लेकिन केन्द्र सरकार लोगों के जेबों पर डाका डालने में लगी हुई है।
महापौर राजकिशोर प्रसाद ने कहा कि जब क्रूड आयल की कीमतों में 36 प्रतिशत की कमी आयी है, ऐसी स्थिति में पेट्रोल में 31 प्रतिशत और डीजल में 55 प्रतिशत की बढ़ोतरी समझ से परे है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 103 डॉलर प्रति बैरल थी तब भी मनमोहन सिंह ने पेट्रोल 72 रूपये और डीजल 55 रूपये से अधिक नहीं बढ़ने दिया। इसके विपरित आज जब कच्चे तेल की कीमतों में 36 प्रतिशत की गिरावट है बावजूद इसके केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल व डीजल 93 रूपये प्रति लीटर कर दिया गया है।
निगम सभापति श्यामसुंदर सोनी ने कहा कि पिछले 7 वर्षो में घरेलू रसोई गैस के दाम दोगुने हो गए हैं जबकि 1 मार्च 2014 को एलपीजी गैस के दाम 410 रूपये प्रति सिलेंडर थी। इसी वर्ष मात्र 5 महिनों के अंतराल में घरेलू गैस सिलेण्डर की कीमतों में 225 रूपयें की बढ़ोतरी की गई है।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष सपना चौहान ने कोरोना महामारी के बाद मंहगाई को राष्ट्रीय आपदा बताते हुए कहा कि पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी करने से परिवहन मंहगा होगा और परिवहन मंहगा होने से हर प्रकार के सामग्री के दाम बढ़ेगें। इसका एक ही मतलब सामने आता है कि केन्द्र की मोदी सरकार ने देश की जनता को कोरोना के मार से उबरने से पहले ही मंहगाई की चपेट में लाने के सारे इंतजाम कर दिये हैं।
प्रदेश सचिव सुरेन्द्र प्रताप जायसवाल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता अनावश्यक बयानबाजी कर जनता का ध्यान भटकाने में लगे हैं। उन्होने आगे कहा कि केरोसिन तेल को गरीबों का ईंधन माना गया है, घर में रसोई से लेकर रोशनी तक के लिए मिट्टी तेल का उपयोग किया जाता है जो मिट्टी तेल 2014 में चुनाव के पूर्व तक 10 रूपये प्रतिलीटर था आज वह बढ़कर 30 रूपये हो गई है।
ब्लॉक अध्यक्ष संतोष राठौर ने कहा कि 2014 के पूर्व सत्ता प्राप्त करने के लिए भाजपा के शीर्ष पंक्ति के नेताओं नें महंगाई को मुद्दा बनाकर देश भर में प्रदर्शन आंदोलन करवाया। “बहुत हुई मंहगाई की मार, अबकी बार मोदी सरकार” के नारे लगवाये। इस नारे को इतना ज्यादा प्रचारित करवाया गया कि देश भर के आम नागरिकों ने सही माना और सत्ता उन्हें सौंप दी लेकिन आज वही जनता “बहुत हुई मंहगाई की मार, बस करो मोदी सरकार“ के नारे लगा रही है। ये पीड़ित किसान, मजदूर, मध्य, निम्न वर्ग के लोग 2024 में मोदी सरकार के वायदों का जवाब देने तैयार खड़े हैं।
ब्लॉक अध्यक्ष सुधीर जैन, सनीष कुमार, दुष्यंत शर्मा, गणेश दास महंत, महिला कांग्रेस अध्यक्ष कुसुम द्विवेदी ने भी देश में बढ़ती मंहगाई का विरोध करते हुए कहा कि एक तरफ मंहगाई बढ़ रही है और दूसरी तरफ केन्द्र सरकार के आर्थिक कुप्रबंधन, गलत नीतियों के कारण रोजगार खत्म हो रहे हैं। नोटबंदी, जीएसटी से व्यापार व्यवसाय तबाह हो गये थे। ऊपर से कोरोना संक्रमण ने व्यापारियों सहित मजदूर व मध्य वर्ग के लोगों की कमर ही तोड़ कर रख दिया हैं।