कोरबा | ठंड मौसम के जाने के बाद ग्रीष्मकालीन ऋतु की शुरुआत क्या हुई, जिले के विभिन्न हिस्सों में सांप के बिलों से बाहर आने की शुरुआत हो गई है।
अभी तक की स्थिति में जिले में कोबरा प्रजाति का सांप कुछ ज्यादा ही देखने को मिल रहा है। काफी समय बााद शहर के एक वार्ड में देर रात विशालकाय अगजर देखने को मिला।
मिली जानकारी के अनुसार, वार्ड क्रमांक 1 में मिशन पारा स्थित अभिषेक कुमार के निवास स्थान में एक विशालकाय अजगर रेस्क्यू किया गया। अभिषेक कुमार की मानें तो कुछ दिनों से उसे घर के पीछे से कुछ ऐसी आवाज सुनाई दे रही थी जैसे कोई बोतल या प्लास्टिक पन्नी पर घसीट कर चल रहा हो। उन्होंने इस पर कुछ ज्यादा ध्यान नहीं दिया क्योंकी घर के पीछे जल्दी से कोई जाता नहीं था। घर में पाले गए दो डॉग निवृत्त होने के लिए ही जरूर पीछे जाते रहे हैं। बीती रात भी कुछ ऐसा ही हुआ। रात्रि 12 बजे के लगभग बाहर की ओर से फिर से अजीबोगरीब आवाज आने लगी। खिड़की से टॉर्च के जरिए देखने पर हमारे रोंगटे खड़े हो गए, देखा कि एक विशालकाय अजगर चल रहा है।
बकौल अभिषेक घर वालों को समझ में नहीं आया की विशालकाय अजगर घर के कंपाउंड में कैसे आ घुसा। उन्होंने आनन-फानन में बिना देरी किए स्नेक रेस्क्यू टीम के प्रमुख जितेंद्र सारथी को इस बात की सूचना दी। इस बीच घर वाले पूरी मुस्तैदी से सांप पर नज़र रखे हुए थे। जितेंद्र सारथी ने आकर कुंडली मारे बैठे अजगर को बड़ी आसानी से अपने काबू में कर लिया। यह सब होता देख हमारे परिवार के लोगों ने राहत की सांस ली। हमने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए निस्वार्थ भाव से रेस्क्यू कार्य में लगे जितेन्द्र सारथी को विदा किया।