प्रदेश भर में रायगढ़ जिला डेंगू का सबसे बड़ा केंद्र बना हुआ है। यहां हर वर्ष बरसात के मौसम में डेंगू के मामलों में लगातार वृद्धि हो जाती है। डेंगू से हर वर्ष कई लोग पीड़ित हो रहे हैं। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी डेंगू का आतंक जोरों पर है। एक तरफ जिला प्रशासन जहां डेंगू के बढ़ते मामलों को नियंत्रण में लाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है वहीं रेल्वे स्टेशन के सामने चल रहे निर्माण कार्य और निर्माण करने वाले ठेकेदारों की लापरवाही डेंगू को बुलावा दे रही है।
बता दें कि रेलवे स्टेशन के सामने पिछले कुछ महीनों से निर्माण कार्य चल रहा है जहां एक बड़ी नाली का अधूरा निर्माण कर पूरी तरह से रोक दिया गया है। इस वजह से यहां बरसात के पहले से ही गंदा पानी जाम हो रहा है। पानी अब बदबू देने के कगार पर है। जिससे यहां आने जाने वाले यात्री तो परेशान हो ही रहे हैं, वहां गंदा पानी जाम होने की वजह से डेंगू होने की प्रबल संभावना भी बढ़ रही है।
विदित हो कि रेल्वे स्टेशन के सामने बनाई गई नाली में पानी निकासी का कोई स्थान निर्धारित नहीं किया गया है। इसी कारण बरसात का पानी नाली में ही जाम हो रहा है। जिससे डेंगू का खतरा मंडराने लगा है। लेकिन इस मामले में रेल प्रशासन ध्यान नही दे रहा है। नगर निगम के अधिकारी भी इस तरफ झांकने तक नहीं पहुंच रहे हैं। ऐसे में वहां पर विभिन्न प्रकार के कीटाणुओं के पनपने की संभावना बढ़ गई है। अगर उन स्थानों की प्राथमिकता से जांच नही की गई तो डेंगू बढ़ने की संभावना बढ़ सकती है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा डेंगू बीमारी के नियंत्रण के बारे में जागरूकता फैलाई जा रही है। कहने के लिए वर्षों से एक जगह स्थिर पड़े गंदे पानी की निकासी के लिए आशा कार्यकर्ताओं के साथ नगर निगम के कर्मचारियों को जागरूक अवश्य किया जा रहा है लेकिन इसके बाद भी यह स्थिति जस की तस बनी हुई है।