चुनाव सुधारों के लिए कार्य करने वाले समूह एडीआर की रिपोर्ट में सामने आए ये आंकड़े (फाइल फोटो)
सात राष्ट्रीय दलों ने कुल 6988.57 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है जिसमें से 4331.08 करोड़ रुपये फिक्स्ड डिपोजिट और एफडीआर के रूप में हैं। एफडी व एफडीआर के रूप में सबसे ज्यादा 3253 करोड़ रुपये भाजपा ने घोषित किए हैं।
सात राष्ट्रीय दलों की संपत्ति
भाजपा : 4,847.78
बसपा : 698.33
कांग्रेस : 588.16
माकपा : 569.52
तृणमूल कांग्रेस : 247.78
भाकपा : 29.78
राकांपा : 8.20
कुल : 6,988.57
(करोड़ रुपये में)
फिक्स्ड डिपोजिट में सबसे ज्यादा पैसा
सात राष्ट्रीय दलों ने कुल 6,988.57 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है, जिसमें से 4,331.08 करोड़ रुपये फिक्स्ड डिपोजिट और एफडीआर के रूप में हैं। एफडी व एफडीआर के रूप में सबसे ज्यादा 3,253 करोड़ रुपये भाजपा ने घोषित किए हैं। बसपा के पास इस मद में 618.86 करोड़ रुपये और कांग्रेस के पास 240.90 करोड़ रुपये हैं। सभी सातों दलों के पास कुल मिलाकर 1,093.98 करोड़ रुपये अचल संपत्तियों के रूप में हैं।
क्षेत्रीय दलों में सपा सबसे अमीर
रिपोर्ट में 44 क्षेत्रीय दलों द्वारा घोषित संपत्ति की भी जानकारी दी गई है। इन दलों की कुल संपत्ति 2,129.38 करोड़ रुपये है। इसमें 563.47 करोड़ रुपये के साथ सपा पहले नंबर पर है। 301.47 करोड़ के साथ टीआरएस दूसरे और 267.61 करोड़ के साथ अन्नाद्रमुक तीसरे स्थान पर है। शीर्ष 10 क्षेत्रीय दलों के पास 2,028.71 करोड़ रुपये की संपत्ति है, जो क्षेत्रीय दलों द्वारा घोषित कुल संपत्ति के 95 प्रतिशत से ज्यादा है। एफडी व एफडीआर के रूप में सपा के पास 434.22 करोड़, टीआरएस के पास 256.01 करोड़ और अन्नाद्रमुक के पास 246.90 करोड़ रुपये हैं।
135 करोड़ रुपये की है देनदारी
सात राष्ट्रीय दलों और 44 क्षेत्रीय दलों पर कुल 134.93 करोड़ रुपये की देनदारी है। इनमें से राष्ट्रीय दलों पर 74.27 करोड़ रुपये और क्षेत्रीय दलों पर 60.66 करोड़ की देनदारी है। राष्ट्रीय दलों पर 4.26 करोड़ रुपये कर्ज के रूप में और और 70.01 करोड़ की अन्य देनदारियां हैं। क्षेत्रीय दलों पर 30.29 करोड़ रुपये का कर्ज है और अन्य देनदारियां 30.37 करोड़ रुपये की हैं।