वेदांता एल्यूमिनियम ने स्थानीय ब्लड बैंकों की मदद के लिए चलाया रक्तदान अभियान

Must Read

नई दिल्ली (सार्थक दुनिया न्यूज़) |

देश की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम उत्पादक कंपनी वेदांता एल्यूमिनियम ने विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर स्वैच्छिक रक्तदान अभियान संचालित किया। छत्तीसगढ़ में भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) तथा उड़ीसा में झारसुगुड़ा व लांजीगढ़ स्थित वेदांता एल्यूमिनियम के कर्मचारियों तथा व्यवसाय के साझेदारों ने रक्तदान अभियान में बढ़चढ़ कर भागीदारी की। 900 यूनिट रक्त स्थानीय ब्लड बैंकों में जमा किए गए।

उड़ीसा में वेदांता एल्यूमिनियम ने वेदांता अस्पताल लांजीगढ़ व मेडीकव्हर अस्पतालों के संयुक्त तत्वावधान में कालाहांडी जिले में स्थानीय नागरिकों के लिए मल्टी स्पेशलिटी स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया। लगभग 35 गांवों के 300 नागरिकों ने स्वास्थ्य शिविरों में परामर्श लिए। झारसुगुड़ा में वाहन चालकों के लिए विशेष नेत्र जांच शिविर आयोजित किया गया। इसके साथ ही कर्मचारियों, उनके परिवारजनों, स्थानीय नागरिकों और स्कूल के विद्यार्थियों के लिए स्वास्थ्य जागरूकता शिविर आयोजित किया गया।

एल्यूमिनियम व्यवसाय, वेदांता लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री राहुल शर्मा ने रक्तदान अभियान के उत्कृष्ट आयोजन पर प्रसन्नता जताई। उन्होंने कहा कि अभियान से स्थानीय ब्लड बैंकों में जमा रक्त के जरिए जरूरतमंद मरीजों को समय पर प्रभावी इलाज मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि कंपनी के सामाजिक कार्यक्रमों के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य महत्वपूर्ण स्तंभ है। लांजीगढ़ में वेदांता अस्पताल स्थापित किया गया है। झारसुगुड़ा में पैथोलॉजी एवं जांच केंद्र की स्थापना की जाएगी। स्थानीय समुदायों की आवश्यकता के अनुरूप चलित स्वास्थ्य इकाइयों के जरिए शिविरों के आयोजन से क्षेत्रीय नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार की दृष्टि से बड़ा लाभ मिल रहा है। स्वास्थ्य के साथ ही सामाजिक-आर्थिक प्रगति में भागीदारी के उद्देश्य से वेदांता एल्यूमिनियम आजीविका, शिक्षा, कौशल उन्नयन, महिला सशक्तिकरण, आधारभूत संरचना विकास आदि क्षेत्रों में योगदान कर रही है।

ओडीशा रेड क्रॉस ब्लड बैंक, झारसुगुड़ा की प्रभारी डॉ. सिलवंती जोजो ने वेदांता एल्यूमिनियम के उत्कृष्ट योगदान को प्रशंसनीय बताया। उन्होंने कहा कि रक्तदान महादान है। इससे अमूल्य मानव जीवन की रक्षा की जा सकती है। बड़े रक्तदान अभियानों से स्थानीय ब्लड बैंकों में रक्त की आपूर्ति सुनिश्चित होती है जिससे समय पर जरूरतमंदों की मदद की जाती है। उन्होंने कहा कि वेदांता एल्यूमिनियम कंपनी अपने सामाजिक उत्तरदायित्व कार्यक्रम के जरिए समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में महत्वपूर्ण योगदान कर रही है। रक्तदान अभियान से आने वाले समय में बड़ी संख्या में जरूरतमंद लाभान्वित होंगे।

छत्तीसगढ़ और उड़ीसा में वेदांता एल्यूमिनियम की ओर से स्वास्थ्य के क्षेत्र में अनेक आधारभूत और विशेषीकृत सेवाएं दी जा रही हैं। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में अत्याधुनिक कैंसर चिकित्सालय बालको मेडिकल सेंटर (बीएमसी) संचालित है। केंद्र में कैंसर पीड़ितों की चिकित्सा के लिए विश्वस्तरीय सुविधाएं और चिकित्सक मौजूद हैं। बालको में 75 बिस्तरों का सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल मौजूद है। केंद्र में विशेषज्ञ चिकित्सकों की मदद से बालको अधिकारियों, कर्मचारियों, उनके परिवारजनों, ठेका श्रमिकों और स्थानीय नागरिकों की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों की पूर्ति पूरी दक्षता से की जाती है। चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रबंधन एवं गुणवत्ता के लिए बालको अस्पताल को आई.एस.ओ. 9001-2015 प्रमाणपत्र मिल चुका है।

वेदांता अस्पताल, लांजीगढ़ में 20 बिस्तरों वाला मल्टी-स्पेशलिटी स्वास्थ्य केंद्र स्थापित है। यहां विशेषज्ञ चिकित्सक और फिजियोथैरेपिस्ट उपलब्ध हैं। अनेक चिकित्सा विशेषज्ञ नियमित दौरे पर आते हैं। एंबुलेंस के जरिए रेफरल सुविधा चौबीस घंटे दी जाती है। वेदांता अस्पताल की ओर से चलाए गए जागरूकता अभियानों और निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं से कालाहांडी जिले में मलेरिया के संक्रमण दर में कमी आई है। प्रति वर्ष लगभग 60000 नागरिक वेदांता अस्पताल, लांजीगढ़ के जरिए लाभान्वित होते हैं।

झारसुगुड़़ा में कंपनी की ओर से वेदांता पैथोलॉजी लैब एवं जांच केंद्र की स्थापना की जा रही है। इस अत्याधुनिक केंद्र में नागरिकों को रेडियोलॉजी, मेमोग्राफी, ईसीजी, पीएफटी, टीएमटी, दृष्टि जांच, डिजिटल एक्स-रे, ऑडियोमेट्री सहित अन्य सुविधाएं मिल सकेंगी। कंपनी अपने प्रचालन क्षेत्रों में चलित स्वास्थ्य इकाइयां संचालित कर रही हैं। आधारभूत स्वास्थ्य सेवा के जरिए दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों के लगभग 55000 नागरिकों को लाभ मिल रहा है।


Latest News

देश और राज्य के विकास में बालको का महत्वपूर्ण योगदान

Sarthak Duniya News Desk, 17 December 2024, 23.24 PM  बालकोनगर (कोरबा) । भारत सरकार ने 27 नवंबर 1965 को भारत...

More Articles Like This