विश्व संवाद केन्द्र छत्तीसगढ़ के तत्वावधान में पांचजन्य, नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित ‘राम मंदिर से राष्ट्र मंदिर’ विशेषांक का हुआ विमोचन

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सार्थक दुनिया साहित्य डेस्क


कोरबा | विश्व संवाद केंद्र छत्तीसगढ़ के तत्वावधान में टैगोर उद्यान टीपी नगर में आयोजित समारोह में ‘पांचजन्य’ नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित ‘राम मंदिर से राष्ट्र मंदिर’ विशेषांक का विमोचन वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. माणिक विश्वकर्मा ‘नवरंग’ के मुख्य आतिथ्य एवं अशोक तिवारी के विशिष्ट आतिथ्य में किया गया। इस अवसर पर कोरबा सहित जिले के उपनगरीय क्षेत्रों से आए लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे।


भारत माता और भगवान श्री रामचंद्र के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलित करने के बाद आमंत्रित अतिथियों और प्रबुद्ध लोगों की गरिमामय उपस्थिति में कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ हुआ।

‘विशेषांक’ का विमोचन होने के बाद उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित सरस्वती शिक्षा संस्थान छत्तीसगढ़ के प्रादेशिक सचिव जुड़ावन सिंह ठाकुर ने कहा कि भगवान श्री रामचंद्र की जन्मभूमि अयोध्या में भव्य मंदिर पहले भी था। उस दौर में आक्रमणकारियों ने यहां घृणित मानसिकता का प्रदर्शन करते हुए ऐतिहासिक धरोहर को समाप्त करने का भरपूर प्रयास किया। पिछले पांच सौ वर्षों से राम मंदिर आंदोलन पर काम हो रहा था। इस दिशा में भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा किए गए खनन से कई रहस्य उद्घाटित हुए। इसके साथ ऐसे भी प्रमाण मिले, जिन्हें किसी भी कीमत पर झूठलाया नहीं जा सकता। उत्खनन के काम में एक तिहाई ईसाई और मुस्लिम कामगार शामिल किए गए जिन्होंने अपनी आंखों से देखा कि मौके पर क्या कुछ पाया गया।
श्री ठाकुर ने कहा कि राम मंदिर आंदोलन में विभिन्न स्तर पर काम किया गया। लंबे कालखंड से जुड़े तथ्यों को दस्तावेज में शामिल करने का पूरा प्रयास किया गया है। यह युग युगांतर तक भावी पीढ़ियों को दिशा दर्शन देने का माध्यम बनेगा। उन्होंने कहां कि राम मंदिर निर्माण को लेकर देश के असंख्य लोगों ने जो सपना देखा था वह अब पूरा होने जा रहा है।
मुख्य अतिथि डॉ. माणिक विश्वकर्मा ‘नवरंग’ ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि श्री राम अपने भक्त को उसके हृदय में वास करके सुख सौभाग्य प्रदान करते हैं। तुलसीदास जी ने रामचरितमानस में लिखा है कि प्रभु के जितने भी नाम प्रचलित हैं उनमें सर्वाधिक श्रीफल देने वाला नाम राम का ही है। रामनाम’ से आशय विष्णु के अवतार राम की भक्ति से है या फिर निर्गुण निरंकार परम ब्रह्म से। “श्रीराम जय राम जय जय राम” एक प्रसिद्ध मंत्र है जिसे पश्चिमी भारत में समर्थ रामदास सहित अनेक महापुरुषों का उल्लेख मिलता है किंतु उनमें सर्वाधिक प्रसिद्धि वाल्मीकि रामायण के नायक अयोध्यानरेश दशरथ के पुत्र राम की हुई। इतिहास में पहली बार ‘बीज मंत्र’ रामनाम जप का अधिकार घोषित किया। रामनाम की इस लोकप्रियता ने ‘रामभक्ति’ के विकास का मार्ग प्रशस्त कर दिया। तुलसी ने उसे स्वामी और सखा दोनों रूपों में ध्येय माना। राम प्रतिनिधित्व करतें हैं मानवीय मूल्यों की मर्यादा का।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि राम जन्मभूमि समर्पण निधि अभियान के कोरबा जिला अध्यक्ष अशोक तिवारी ने भी इस अवसर पर अपने सारगर्भित विचार रखें। उन्होंने कहा कि कोरबा जिले में लोगों में राम मंदिर निर्माण को लेकर उत्साह का एक अच्छा वातावरण देखने को मिला। कोरबा जिले के 750 में से 712 स्थानों तक अभियान को संचालित करने में सफलता प्राप्त की गई। इस दौरान समर्पण निधि की प्राप्ति से कहीं ज्यादा लोगों को श्रीराम से जोड़ने पर ध्यान दिया गया। उन्होंने आव्हान किया कि सर्व हिंदू समाज अपनी संस्कृति और परंपरा की जड़ों को मजबूती प्रदान करने के लिए जी-जान से जुटे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघचालक सत्येंद्र नाथ दुबे ने वर्तमान दौर में राष्ट्रीय विचारों के प्रतिपादन की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने राम मंदिर से राष्ट्र मंदिर पर आधारित पांचजन्य विशेषांक का संदर्भ देते हुए कई तथ्यों को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि राम मंदिर हिंदुओं की अस्मिता का प्रतीक है। इससे जुड़े आंदोलन में शौर्य, पराक्रम के साथ-साथ वैचारिक और वैधानिक संघर्ष ने अपनी भूमिका निभाई है। उन्होंने आव्हान किया कि लोग राष्ट्रीय विचारधारा को परिभाषित करने वाली पत्रकारिता को सम्मान दें।

इस अवसर पर कोरबा के वरिष्ठ स्वयंसेवक अनाराम देवांगन का सम्मान किया गया। श्री देवांगन विगत तीन दशक से भी अधिक समय से नगर में ‘पांचजन्य’ को पाठकों तक पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं।

कार्यक्रम में विभाग कुटुंब प्रबोधन प्रमुख चंद्रकिशोर श्रीवास्तव, जिला संघचालक किशोर बुटोलिया, नगर संघचालक डॉ. विशाल उपाध्याय, पत्रकार गेंदलाल शुक्ला, कमलेश यादव, रामबिलास पाल, कैलाश नाहक, आशुतोष महंत, योगेश जैन, नवीन पटेल, मनोज मिश्रा एवं समाज के वरिष्ठ नागरिकों की उपस्थिति रही।कार्यक्रम आयोजन को सफल बनाने में राजनारायण गुप्ता, आदित्य सिंग, विष्णु मिश्रा, उबारी लाल, मणि साहू, उत्तम पाठक आदि का सकारात्मक सहयोग रहा।

कार्यक्रम का संयोजन विभाग प्रचार प्रमुख शैलेंद्र नामदेव और कार्यकर्ताओं ने किया। संचालन अंबरीश प्रधान और धन्यवाद ज्ञापन कोरबा जिला प्रचार प्रमुख तरुण मिश्रा ने किया।

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