– जिले में बोरे बासी के सेवन के लिए आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होकर जिला प्रशासन के अधिकारियों ने श्रमिकों का बढ़ाया हौसला
– गावों के मनरेगा श्रमिक, नगर निगम के सफाई मित्र सहित जिले वासियों ने बोरे बासी का लिया भरपूर आनंद
कोरबा | मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अपील पर श्रमिक दिवस के अवसर पर अपने आहार और संस्कृति के गौरव की अनुभूति तथा श्रमिकों के सम्मान के लिए विधायक मोहित राम केरकेट्टा, कलेक्टर श्रीमती रानू साहू, पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल सहित जनप्रतिनिधियों ने श्रमिकों के संग बोरे-बासी खाकर श्रमिकों का सम्मान बढ़ाया। जिला पंचायत सीईओ नूतन कंवर, नगर निगम आयुक्त प्रभाकर पांडे, संयुक्त कलेक्टर विजेंद्र पाटले, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीमती माया वारियर, जिला शिक्षा अधिकारी जीपी भारद्वाज आदि ने भी श्रमिकों का मान बढ़ाने के लिए बोरे बासी का एकसाथ सेवन किया।
कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने कलेक्टर निवास के श्रमिकों के साथ बोरे बासी खाकर श्रमिकों का सम्मान किया। पुलिस कप्तान श्री भोजराम पटेल ने भी दिन की शुरुआत बोरे बासी खाकर किया और श्रम वीरों का मान बढ़ाया। इस अवसर पर विधायक श्री केरकेट्टा और कलेक्टर श्रीमती साहू ने श्रमवीरों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज का दिन मेहनतकश मज़दूरों और किसानों का सम्मान करने का दिन है। बोरे बासी खाकर आज इस दिन को हम त्यौहार के रूप में मना रहे हैं। बोरे बासी छत्तीसगढ़ में पारम्परिक रूप से मेहनतकशों के दैनिक भोजन का हिस्सा रहा है। बोरे बासी खाने की परम्परा बहुत पुरानी है। बोरे बासी में सारे पोषक तत्व मौजूद होते हैं। गर्मीं के दिनों में यह शरीर को ठंडक प्रदान करता है।
इस अवसर पर जिले के गावों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। कृषि विभाग द्वारा ग्राम रजगामार में आयोजित कृषि चौपाल कार्यक्रम में अधिकारियों ने नागरिकों और श्रमिकों के साथ बोरे बासी खाकर श्रम वीरों का सम्मान किया। इसी प्रकार शासकीय उद्यान रोपण पताढी में भी श्रम वीरों के सम्मान के लिए बोरे बासी का सेवन किया गया। विकासखंड कटघोरा के ग्राम हुंकरा में एसडीएम कटघोरा कौशल प्रसाद तेंदुलकर और कटघोरा जनपद के सीईओ वीके राठौर ने मनरेगा श्रमिकों के साथ बोरे बासी खाकर श्रमिकों का सम्मान किया। पाली एसडीएम श्रीमती ममता यादव ने विश्व श्रमिक दिवस के अवसर पर तहसील पाली अंतर्गत शासकीय उद्यान रोपणी पोड़ी में सरपंच, पंचगण, राजस्व निरीक्षक, कोटवार एवं उद्यान के कर्मचारियों व श्रमिकों के साथ बोरे बासी का आनंद लिया।
उल्लेखनीय है कि बोरे बासी छत्तीसगढ़ की प्राचीन भोजन शैली और संस्कृति की पहचान है। जिसे पुनः स्थापित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने श्रमिक दिवस को बोरे बासी दिवस के तौर पर आयोजित करने का आव्हान किया था। जिसका अनुशरण करते हुए जिले के जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, कर्मचारियों, आम नागरिकों, मजदूरों, मनरेगा श्रमिकों ने बोरे बासी खाकर श्रम का मान बढ़ाया।