भिलाई, (सार्थक दुनिया न्यूज़) | स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) की इकाई भिलाई इस्पात संयंत्र में भीषण आगजनी की घटना हुई है। शाम 5 बजे के करीब संयंत्र के ब्लास्ट फर्नेस क्रमांक-8 में लगा वॉल्व क्रमांक-3 फट गया, जिससे वहां आग लग गई। आग पर काबू पाने के लिए भिलाई इस्पात संयंत्र की फायर ब्रिगेड की आधा दर्जन गाड़ियां लगी हुई हैं। पूरे इलाके को सील कर दिया गया है। हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। वहीं फर्नेस में उत्पादन ठप हो गया है। बीएसपी के वायर रॉड मिल और रेल मिल दोनों को बंद कर दिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार भिलाई इस्पात संयंत्र के ब्लास्ट फर्नेस क्रमांक-8 में हॉट ब्लास्ट वॉल्व फटा है। उसे बदलने के लिए कई दिनों से प्लान किया जा रहा था, लेकिन शटडाउन न मिलने की वजह से इसे बदला नहीं जा सका था। गुरुवार की शाम अचानक तेज आवाज के साथ हॉट ब्लास्ट वॉल्व फट गया। यह हॉट ब्लास्ट वाल्व फर्नेस में ऊपर की ओर लगा था। इस फर्नेस में हॉट मेटल उत्पादन की क्षमता 8 हजार टन है। यह संयंत्र का सबसे अत्याधुनिक एवं सबसे बड़ा फर्नेस है। ब्लास्ट फर्नेस बंद होने की वजह से फर्नेस गैस की आपूर्ति प्रभावित हो गई है। इस वजह से संयंत्र का वायर रॉड मिल और रेल मिल को बंद कर दिया गया है। भिलाई इस्पात संयंत्र के अफसर मौके पर मौजूद है।
फर्नेस से 8 हजार टन हॉट मेटल का उत्पादन
जानकारी के अनुसार वॉल्व उड़ने की वजह से प्रेशर डाउन होने के साथ हॉट मेटल का उत्पादन पूरी तरह से ठप्प हो गया है। आग लगने की सूचना के बाद भिलाई इस्पात संयंत्र के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं। बताया जाता है कि संयंत्र में प्रतिदिन 21 हजार टन हॉट मेटल का उत्पादन होता था। वर्तमान में 14 हजार टन उत्पादन हो रहा था। अकेले ब्लास्ट फर्नेस-8 से 8 हजार टन का उत्पादन होता था, जो अब पूरी तरह ठप हो गया है। स्टोव नंबर-3 को बाइपास कर बाकी दो स्टोव से उत्पादन चालू रखने का प्रयास किया जा रहा है। राहत की बात यह है कि इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।