सार्थक दुनिया न्यूज़, रायपुर | 20 दिसंबर 2021
सीएम भूपेश बघेल दिल्ली दौरे पर हैं. थोड़ी देर बाद वह राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे. इस मीटिंग में यूपी विधानसभा चुनाव 2022 पर चर्चा होगी. साथ ही छत्तीसगढ़ में कैबिनेट के बदलाव पर भी बात हो सकती है.
रायपुर | मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दिल्ली दौरे पर हैं. दिल्ली में थोड़ी देर बाद सीएम बघेल, राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे. इस मीटिंग में छत्तीसगढ़ में कैबिनेट में फेरबदल पर चर्चा हो सकती है. बघेल सरकार के तीन साल का कार्यकाल पूरा होने पर सीएम बघेल ने रायपुर में कहा था कि छत्तीसगढ़ मंत्रिमंडल में फेरबदल संभव है. जिसके बाद राहुल गांधी से होने वाली उनकी मुलाकात पर सबकी निगाहें टिकी हुई है.
सीएम ने कैबिनेट में फेरबदल की जताई थी संभावना
आपको बता दें कि 17 दिसंबर को सीएम ने रायपुर में छत्तीसगढ़ मंत्रिमंडल में फेरबदल की संभावना जताई थी. सीएम के इस संकेत के बाद से प्रदेश में सियासी हलचल बढ़ गई. ऐसे में सीएम बघेल दिल्ली दौरे पर हैं जहां राहुल गांधी से कैबिनेट फेरबदल पर बातचीत हो सकती है.
दिल्ली जाने से पहले सीएम बघेल का बयान
दिल्ली जाने से पहले रायपुर एयरपोर्ट पर सीएम ने कहा कि वो दिल्ली में पार्टी बैठक में शामिल होंगे. दिल्ली के बाद उत्तरप्रदेश में अगले दो दिन तक का कार्यक्रम रहेगा. उन्होंने कहा कि अगर आलाकमान से मुलाकात का समय मिलता है तो कैबिनेट फेरबदल पर बात हो सकती है.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव पर भी हो सकती है चर्चा
सूत्रों की मानें तो दिल्ली में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राहुल गांधी के बीच उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा होनी है. साथ ही मंत्रिमंडल में फेरबदल को लेकर भी विचार-विमर्श किया जा सकता है.
फेरबदल हुआ तो ये नए चेहरे हो सकते हैं शामिल
महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया की जगह आदिवासी वर्ग से ही स्वर्गीय महेंद्र कर्मा की पत्नी देवती कर्मा को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है. सरगुजा संभाग के विधायक बृहस्पति सिंह को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है. ऐसे में आदिवासी वर्ग से ही आने वाले शिक्षा मंत्री डॉक्टर प्रेमसाय सिंह टेकाम पर गाज गिर सकती है. अगर पार्टी आलाकमान राजस्थान की तरह दोनों पक्षों में संतुलन बनाने के लिए मंत्रिमंडल में बदलाव करता है तो स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के बेहद करीबी माने जाने वाले विधायक शैलेश पांडे को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है. जानकार मानते हैं कि श्री पांडे उच्च शिक्षा और युवा कल्याण जैसे विभाग का मंत्री बनना ज्यादा पसंद करेंगे. ऐसे में मंत्री उमेश पटेल के विभागों में भी बदलाव संभावित है. जातिगत समीकरण को ध्यान में रखकर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सत्यनारायण शर्मा या धनेंद्र साहू को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है.