कोरबा | जिला प्रशासन एक ओर जहां मौजूदा स्थिति में अधिकारियों और कर्मचारियों को एक्टिव कर पूरे जिले में कोविड -19 को प्रभावहीन करने को लेकर संघर्ष कर रहा है वहीं अनर्गल तरीके से पैसा कमाने के लिए जुआ जैसे अवैधानिक कार्यों में लिप्त कुछ लोग जंगल की आड़ लेकर शासन- प्रशासन के प्रयासों को धूमिल करने में लगे हुए हैं।
इस कोरोना काल में भी नशा कारोबार के साथ जुए का खेल उफ़ान पर है। जुआ प्रेमियों ने शहर छोड़ अपना रूख जंगल की ओर कर लिया है। फिलहाल की बात करें तो जिले का तुमान और रामभाटा का जंगल क्षेत्र जुए का मुख्य अड्डा बना हुआ है। निर्वाध रुप से बेख़ौफ़ खेले जा रहे जुए से नाराज़ गांव की महिलाओं ने अपने अंदाज में इसका मुखर विरोध करना भी शुरू कर दिया है।
विकास खंड करतला के ग्राम पंचायत लबेद की सरपंच चैतिन बाई व ग्रामीण महिलाओं ने मिलकर तुमान और रामभाटा के जंगल में जुआ खेल रहे शहर के जुआरियों को पिछले दिनों न केवल वहां से डंडा और लाठी के सहारे खदेड़ा है बल्कि उन्होंने जिला कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल से इसकी लिखित शिकायत करते हुए उचित कार्रवाई की मांग भी की है।
कलेक्टर से की गई इस लिखित शिकायत में महिला सरपंच चैतिन बाई ने कहा है कि शहरी क्षेत्र से बाहर घने जंगलों में खेले जा रहे जुआ की ख़बर हम ग्रामीणों को तो मिल जाती है लेकिन संबंधित विभाग के जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारियों का
समीपवर्ती जंगलों में बड़े पैमाने पर खेले जा रहे जुए की खबर का न पहुंचना आश्चर्यजनक और चौंकाने वाला विषय है। अपने पत्र में महिला सरपंच चैतिन बाई ने जिला कलेक्टर से करतला क्षेत्र के जंगलों में चल रहे जुआ अड्डे के विरुद्ध उचित कार्रवाई करने की मांग की है।