कोरबा, सार्थक दुनिया न्यूज़ | कोरोना नियंत्रण के लिए सौंपे गए कार्य में लापरवाही बरतने एवं बिना अनुमति लिए मुख्यालय छोड़ने के मामले में कोरबा बीईओ पर गाज गिरी है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने कार्यवाही करते हुए बीईओ संजय अग्रवाल को कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग कार्य के लिए जिला पंचायत में संलग्न कर दिया है। बीईओ कोरबा का प्रभार आगामी आदेश पर्यंत आदिवासी विकास विभाग के सहायक संचालक एस. एस. रात्रे को सौंपा गया है ।
आपको बता दें कि कोरोना नियंत्रण हेतु कड़े निर्देश जारी करने सहित कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल द्वारा सभी अधिकारी-कर्मचारियों को बिना अनुमति मुख्यालय छोड़ने पर प्रतिबंध लगाने के साथ मुख्यालय में अनिवार्य रूप से रहने का आदेश दिया गया है। बावजूद इसके निर्देशों की अवहेलना कर कोरबा विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी संजय अग्रवाल बगैर अनुमति लिए मुख्यालय से बाहर थे। जबकि उन्हें कोरोना वायरस के प्रसार को देखते हुए नियंत्रण एवं रोकथाम की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने इस कार्य व्यवहार को गंभीरता से लेते हुए बीईओ संजय अग्रवाल को आगामी आदेश तक के लिए बीईओ कोरबा के पद से हटा दिया है। कोरोना प्रोटोकॉल तोड़ने के मामले में जिले में किसी अफसर पर हुई ये पहली बड़ी कार्यवाई है।