कोरबा, (सार्थक दुनिया न्यूज)। “बस्तर के जुझारू युवा पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या ने छत्तीसगढ़ के लोगों को न केवल पूरी तरह से झकझोर दिया है बल्कि भ्रष्टाचार उजागर करने, संविधान, लोकतंत्र, मानवाधिकार, साझी संस्कृति और गंगा जमुना तहजीब और आपसी भाईचारे के प्रति सदैव प्रतिबद्ध रहे इस पत्रकार की नृशंस हत्या ने इंसानियत को भी तार-तार कर दिया है।”
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी कोरबा के जिला सचिव कामरेड पवन कुमार वर्मा ने इस घटना की कड़े शब्दों में निन्दा करते हुए प्रदेश सरकार और प्रशासन से अपराधी तत्वों के खिलाफ त्वरित रूप से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने इसे क्षेत्र के राजनेताओं, अधिकारियों और माफियाओं के गठजोड़ का नतीजा बताते हुए इस मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है।
कामरेड वर्मा ने जारी किए गए अपने बयान में इस हत्या को पत्रकारिता पर कायराना हमला बताया है। उन्होंने कहा कि मुकेश चंद्राकर ने न केवल बस्तर में आदिवासियों के साथ लगातार हो रहे अत्याचार, अन्याय, फर्जी गिरफ्तारियों और फर्जी मुठभेड़ों जैसे मुद्दों को उजागर किया है बल्कि उन्होंने प्राकृतिक संसाधनों को कॉरपोरेट्स के हवाले करने की साजिशों और माओवादियों के नाम पर चल रहे भ्रष्टाचार का भी पर्दाफाश किया था। हालिया रिपोर्टिंग में उन्होंने गंगालूर से लेकर मिरतुल तक सड़क निर्माण की घटिया गुणवत्ता को उजागर किया था, संभवतः यह इसी का परिणाम रहा है।
सीपीआई के जिला सचिव कामरेड वर्मा ने अपराधियों के विरुद्ध त्वरित कार्रवाई करते हुए इस गठजोड़ और इसके पीछे के माफियाओं को बेनकाब करने की मांग की है। उन्होंने मुकेश चंद्राकर के प्रति अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए उनके शोकाकुल परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है।