सार्थक दुनिया ब्यूरो | बुधवार, 20 अक्टूबर 2021
बिलासपुर | जिला प्रशासन और हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद मंगलवार को बिलासपुर में एक समुदाय विशेष के द्वारा भव्य जुलूस निकाला गया। शहर में जुलूस को निकलता देख आनन-फानन में पुलिस और जिला प्रशासन द्वारा जिला मुख्यालय के संवेदनशील चौक-चौराहों पर बेरिकेटिंग कर पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया। जिसके बाद समुदाय विशेष के द्वारा जुलूस का मार्ग बदलते हुए जुलूस निकालने का उपक्रम चलता रहा। भारी तनाव के बीच सुरक्षा से जुड़े मसले को लेकर लुका-छिपी के बीच पुलिस कर्मियों का पसीना दिन भर बहता रहा।
आपको बता दें कि इस दौरान कई जगहों पर पुलिस का सुरक्षा घेरा तोड़कर जुलूस को निकालने का साहस किया गया, जिस पर एसडीएम पुलक भट्टाचार्य और जुलूस के आयोजनकर्ताओं के बीच बहस भी होती रही।
जुलूस न निकालने की मांग की थी
हाल ही में वक्फ बोर्ड ने छत्तीसगढ़ के आलम को देखते हुए शासन को अनुशंसा पत्र भेज कर ईद मिलादुन्नबी में जुलूस ना निकालने की मांग की थी। जिस पर शासन ने पुरे छत्तीसगढ़ के लिए आदेश जारी कर पर्व में जुलुस निकालने पर पाबंदी लगा दिया था।
कोर्ट फैसला नहीं दे सकती
प्रशासन के इस फैसले से नाराज समुदाय के एक वर्ग ने ”उसकी देन कमेटी” की जानिब से हाईकोर्ट में जुलूस की अनुमति के लिए याचिका पेश किया था, जिस पर हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद अनुमति याचिका को खारिज कर दिया। कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि उन्हें राहत देने का अधिकार नहीं है। यह राज्य का नीतिगत निर्णय है। सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइन के अनुसार राज्य के नीतिगत निर्णय फैसले पर कोर्ट कोई फैसला नहीं दे सकती। इसके बाद भी बिलासपुर में शासन और हाईकोर्ट के आदेश के उल्लंघन का मामला देखने को मिला है।