कोरबा | स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा कोविड-19 की जाँच रिपोर्ट में विलंब की स्थिति में कोरोना के लक्षण वाले लोगों के उपचार के संबंध में दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। निर्देश के अनुसार, कोरोना जांच करा चुके व्यक्ति को जांच रिपोर्ट मिलने तक प्रतिदिन 3 से 4 लीटर गुनगुना पानी पीने, दिन में तीन बार भाप लेने, आठ घंटे की नींद लेने, 45 मिनट व्यायाम करने या टहलने की सलाह दी गई है। कोरोना जांच रिपोर्ट मिलने तक व्यक्ति को आक्सीजन सेचुरेशन की स्थिति की मॉनिटर करने तथा 94 प्रतिशत से कम आक्सीजन सेचुरेशन की स्थिति या सांस लेने में तकलीफ होने की स्थिति में डॉक्टर को सूचित करने के निर्देश दिए गए हैं।
जारी दिशानिर्देश में उल्लेखित है कि राज्य में कोविड-19 के संक्रमण की दर बढ़ी हुई है। कोरोना के लक्षण वाले व्यक्तियों की कोविड जाँच रिपोर्ट देरी से प्राप्त होने की दशा में ऐसे व्यक्तियों कोे कोरोना के प्रोफाइलेक्सिस डोज दिया जा सकता है। राज्य स्तरीय ट्रीटमेंट समिति द्वारा प्रस्तावित किया गया है कि आइवरमेकटिन, डाकसीसाइक्लिन, पैरासिटामोल, विटामिन सी, जिंक टेबलेट संबंधित व्यक्ति को तत्काल उपलब्ध करातेेे हुए दवाओं के उपयोग के सम्बंध में जानकारी भी दी जाए।
राज्य शासन द्वारा जारी निर्देशानुसार रिपोर्ट में देरी होने की स्थिति में व्यक्ति को लक्षण के आधार पर दवाएं दी जा सकती है। राज्य सरकार ने इसे लेकर 5 दवाओं की लिस्ट जारी की है, जिसे प्राम्भिक लक्षण के आधार दिया जा सकता है।
कोरोना जांच करा चुके या कोरोना के लक्षण वाले व्यक्ति को आइवरमेक्टिन 12 एमजी खाने के बाद दिन में एक बार पांच दिन तक, डाॅक्सी साइक्लिन 100 एमजी खाने के बाद दिन में दो बार सात दिन तक, पैरासीटामाॅल 650 एमजी खाने के बाद दिन में चार बार तीन दिन तक, तीन दिन के बाद भी यदि बुखार या शरीर में दर्द बना हुआ है तो यह दवाई दी जा सकती है। इसी प्रकार विटामिन सी 500 एमजी खाने के बाद दिन में दो बार दस दिन तक और जिंक टेबलेट 50 एमजी खाने के बाद दिन में एक बार दस दिन तक जांच रिपोर्ट में विलम्ब वाले व्यक्ति को दिया जा सकता है।