कोरबा, (विक्की अग्रवाल) | जिले के धार्मिक पर्यटन स्थल चैतुरगढ़ स्थित आदिशक्ति मां महिषासुर मर्दिनी मंदिर के कुछ ही दूरी पर आज प्रातः बाघ द्वारा एक बैल का शिकार किए जाने की खबर से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। चैतुरगढ़ में बाघ के औचक आमद से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है।
ग्रामीणों ने बताया कि आज सुबह तकरीबन 7.30 बजे संतोष दास नामक ग्रामीण ने अपना बैल चरने के लिए जंगल में छोड़ दिया था, जिसे चैतुरगढ़ में ही सुखरी तालाब के निकट प्रातः 10:00 बजे ग्रामीण जब अपना बैल खोजने पहुंचा तो वह वहां मृत अवस्था में मिला। जिसकी सूचना उसने अन्य ग्रामीणों को भी दी।
मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने घटनास्थल की मौजूदा स्थिति को देखते हुए यह संभावना जताई कि इसका शिकार बाघ अथवा तेंदुए ने ही किया होगा। घटनास्थल पर अवश्यंभावी संघर्ष के निशान और रक्त रंजित बैल का शव साफ़ तौर पर दिखा। ज़मीन पर जानवर के पदचिन्ह भी दिखे, जिसकी सूचना तत्काल वन विभाग को दे दी गई।