अरुणाचल के तवांग में जहां हुई भारतीय और चीनी सैनिकों की भिड़ंत, वहां की सैटेलाइट इमेज आई सामने

Must Read

अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच हुई झड़प

अंकित कुमार, तवांग | 13 दिसंबर 2022
भारतीय सेना ने एलएसी पर एक बार फिर चीन की साजिश को नाकाम कर दिया. अरुणाचल प्रदेश के तवांग के यांगत्से इलाके में भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच जमकर झड़प हुई. ये चीनी सैनिक भारतीय सेना की पोस्ट को हटवाने आए थे. लेकिन भारतीय सैनिकों की मुस्तैदी ने चीनी सैनिकों के मंसूबों पर पानी फेर दिया. इस झड़प में दोनों सेनाओं के कुछ सैनिक घायल हुए हैं. इसी बीच उस जगह की सैटेलाइट फोटो सामने आई है, जहां भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई है.

सैटेलाइट फोटो में साफ देखा जा सकता है कि चीन ने तवांग से लगी सीमा के पास गांव बसा रखे हैं. इतना ही नहीं चीनी सेना ने उस ओर सड़क का भी निर्माण कर रखा है.

9 दिसंबर को हुई घटना 
घटना 9 दिसंबर की है. बताया जा रहा है कि चीनी सेना सोची समझी साजिश के तहत 300 सैनिकों के साथ यांगत्से इलाके में भारतीय पोस्ट को हटाने पहुंचे थे. चीनी सैनिकों के पास कंटीली लाठी और डंडे भी थे. लेकिन भारतीय जवानों ने तुरंत मोर्चा संभाल लिया. इसके बाद दोनों सेनाओं के बीच झड़प हुई. भारतीय जवानों को भारी पड़ता देख चीनी सैनिक पीछे हट गए. बताया जा रहा है कि चीनी सैनिकों ने पत्थरबाजी भी की. भिड़त में दोनों ओर के सैनिक जख्मी हुए हैं. भारत के 6 जवानों को इलाज के लिए गुवाहाटी लाया गया है.
चीन सैनिक भारतीय पोस्ट पर हमले की 15 दिन से तैयारी कर रहे थे. सोमवार को वे तय रणनीति के तहत ही 17 हजार फीट की ऊंचाई पर पहुंचे थे. लेकिन चीनी सैनिकों को देख पहले से मुस्तैद भारतीय जवानों ने मोर्चा संभाला. दोनों तरफ के सैनिक घायल हुए हैं.

2006 से हो रही पेट्रोलिंग- भारतीय सेना
इस घटनाक्रम के संबंध में भारतीय सेना ने बयान जारी किया है. इंडियन आर्मी ने कहा कि हमने चीन की साजिश को नाकाम किया है. अरुणाचल प्रदेश में एलएसी से सटे कुछ इलाके हैं- जो तमाम सेक्टर्स में आते हैं. यहां दोनों देशों के बीच अलग-अलग परशेप्सन रहा है. दोनों देश अपनी-अपनी तरफ क्लेम लाइन तक पेट्रोलिंग करते हैं. ये 2006 के बाद से ट्रेंड रहा है. 9 दिसंबर 2022 को चीनी सैनिक एलएसी सेक्टर में आगे बढ़े, जिसका सामना हमारी सेना ने बहुत जोरदार और मजबूती के साथ किया. बाद में दोनों देशों के सैनिक वहां से पीछे हटे. इसके फॉलोअप के तहत भारतीय और चीनी कमांडर के बीच फ्लैग मीटिंग हुई. और चर्चा की गई. शांति को लेकर बातचीत की गई.

 

Latest News

छत्तीसगढ़ के विकास में वेदांता के प्रमुख सीएसआर योगदानों को उजागर करते हुए, अनिल अग्रवाल फाउंडेशन ने वित्त वर्ष 2024 की सोशल इम्पैक्ट रिपोर्ट...

• बालको के कैंसर देखभाल केंद्र, स्थायी आजीविका सृजन और महिला सशक्तिकरण की सफलता पर प्रकाश डाला गया रायपुर। भारत...

More Articles Like This